नोवेल कोरोना जांच का प्रोटोकाल बदला

हम जीतेंगे-जरूर जीतेंगे
उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना से जंग के लिए सराहनीय और निर्णायक कदम उठाया है। नोवेल कोरोना की जांच के लिए प्रदेश में सात प्रयोगशालाओं को अधिकृत किया है। जिसमें प्रयोगशाला के अधिकार क्षेत्र में आसपास के जिलों के नाम अंकित किये गए हैं। गोरखपुर, बस्ती मंडल के सभी जिलों और अयोध्या जनपद के संदिग्ध रोगियों की जांच बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर स्थित आईसीएमआर केंद्र पर किये जायेंगे। उल्लेखनीय है कि जांच के लिए सेम्पल किसी भी समय नियमानुसार भेजा जा सकता है। सेम्पल प्रेषण की सूचना स्वास्थ्य निदेशालय लखनऊ को अवश्य भेजने का निर्देश स्वास्थ्य सचिव ने दिया है। सचिव ने जांच के लिए उन रोगियों को हाई रिस्क घोषित किया है जिन्हें इंटरनेशनल यात्रा के 28 दिनों के अंदर कोई लक्षण दिखे, बुखार, खांसी और सांस के भर्ती मरीज सीवियर एक्यूट रेस्पेरेटरी रोग (SARI) वाले रोगी जो निजी या सरकारी अस्पतालों में भर्ती हों, गंभीर लक्षणों वाले अंतरराज्यीय यात्री, 28 दिनों के भीतर तबलीगी जमात में भागीदारी करने वाले, कोविड मरीजो की चिकित्सा में लगे कर्मी और पॉजिटिव मरीज के साथ रहने वाले/ परिजनों को इसमें शामिल किया गया है। जिन मेडिकल कालेज में जांच केंद्र बनाए गए है उसमें गोरखपुर के अलावा सैफई, बीएचयू, अलीगढ़, मेरठ केजीएमयू और संजय गांधी पीजीआई लखनऊ के नाम शामिल हैं।


Featured Post

राष्ट्र निर्माण में शिल्पकार की भूमिका निभाता है श्रमिक: वैभव चतुर्वेदी चार सौ श्रमिकों को वैभव ने किया सम्मानित  दिया पंजीयन प्रमाण पत्र व ...