उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनन्द सिंह बिष्ट का आज सुबह दस बजकर चालीस मिनट पर अंतिम सांस ली। वह काफी लम्बे समय से बीमार चल रहे थे और एम्स ऋषिकेश के बाद एम्स दिल्ली में भर्ती थे। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था,लेकिन उनकी हालत बिगड़ती चली गयी। उनके पार्थिव शरीर को आज उनके पैतृक गाँव पंचुर यमकेश्वर लाया जाना है। उनकी तबीयत खराब होने पर उन्हें तेरह मार्च को दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती कराया गया था,उन्हें लिवर और किडनी की समस्या थी। अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक वह एम्स के एबी 8 वार्ड में भर्ती थे। गेस्ट्रो विभाग के डॉक्टर विनीत आहूजा की टीम उनका इलाज कर रही थी। रविवार को उनका डायलिसिस भी कराया गया। सीएम योगी के पिता आनन्द सिंह बिष्ट अपने ही गाँव पंचुर में भी तीन वर्षों तक वन विभाग में कार्यरत रहे और वन विभाग से रेंजर के पद से सेवानिवृत्त हुये। सीएम के पिता के साथ बिताए पलों को आज भी स्थानीय लोग नहीं भूल पाते हैं। इस खबर से पौड़ी जनपद स्थित उनके गृहक्षेत्र यमकेश्वर में शोक की लहर दौड़ गयी है,पेट में दर्द व सांस लेने की तकलीफ के कारण गत 12 मार्च सांय उन्हें एम्स दिल्ली एडमिट किया गया था। हंसमुख स्वभाव के धनी आनन्द सिंह बिष्ट फारेस्ट सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद सामाजिक कार्यो में भी काफ़ी व्यस्त थे। यमकेश्वर क्षेत्र में उच्च शिक्षा को लेकर चिंतित होने के कारण उन्होंने विथ्याणि में सन 1998 में गुरू गोरखनाथ महाविद्यालय की भी नींव भी रखी थी,स्वर्गीय बिष्ट राज्य आंदोलनकारी भी थे। यमकेश्वर क्षेत्र में उच्च शिक्षा को घर घर पहुंचाने वाले आनन्द सिंह बिष्ट की उम्र वर्तमान में लगभग 90 वर्ष थी। वे अपने पीछे पत्नी श्रीमती सावित्री देवी, चार पुत्र मानेंद्र, योगी आदित्य नाथ, शैलेन्द्र मोहन, महेंद्र तथा तीन पुत्रियां- पुष्पा देवी, कौशल्या देवी और शशि देवी को छोड़ गये हैं। स्वर्गीय बिष्ट ने रिटायरमेन्ट के बाद ट्रांसपोर्ट कारोबार का संचालन भी किया था, यमकेश्वर के थलनदी में जिला प्रशासन द्वारा उनके पार्थिव शरीर को लाने के लिये दो हेलीपैड बनाये हैं। जानकारी प्राप्त हुयी है कि सीएम योगी ने कोरोना संकट को देखते हुये अन्त्येष्टि में शामिल होने में असमर्थता जाहिर कर दी है और सभी से निवेदन किया है कि वे बिना भीड़ -भाड़ के उनके पिता की अन्तिम रस्म अदायगी करें, उधर एसएसपी पौड़ी ने कल हरिद्वार में योगी की पिता के अन्तिम संस्कार की सम्भावना व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि उनके स्तर से यूपी और उत्तराखण्ड दोनों प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के अन्तिम संस्कार में पहुँचने की संभावना के चलते सुरक्षा इंतजामात किये जा रहे हैं।
हरिद्वार में हो सकता है सीएम योगी के पिता का अंतिम संस्कार
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