कबीर की धरती से बुद्ध भूमि पर गया देश का भविष्य


चीनी कहावत है कि भ्रमण से सबसे ज्यादा ज्ञान मिलता है। सूर्या इण्‍टरनेशनल सीनियर सेकेण्‍डरी एकेडमी के छात्रों का शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान छात्र छात्राओं ने धार्मिक स्थलों का भ्रमण किया। स्कूल परिसर से छात्रों के शैक्षिक भ्रमण को निदेशक डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी प्रधानाचार्य रविनेश श्रीवास्‍तव और अन्‍य लोगों ने झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी ने कहा कि बच्‍चों के लिए शैक्षिक पर्यटन जरुरी है। इसी के आधार पर, नया देखकर उससे सीखने का प्रयास करते हैं। जब उनको कुछ नया दिखेगा तो वे उसके बारे में जानने के लिए आकर्षित होंगे। बच्‍चों का क्रमिक विकास होना चाहिए। इस बात का ध्‍यान शैक्षिक पर्यटन में रखा जाता है। उनके बौद्धिक स्‍तर के हिसाब से ही उन्‍हें भिन्‍न भिन्‍न शहरों तथा पर्यटन स्‍थलों पर भेजा जाता है। ताकि वे क्रमिक रुप से सीख सकें। इसी क्रम में छात्र छात्राओं को यही नहीं बच्‍चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित डॉ चतुर्वेदी ने बस चालकों को निर्देश दिया था कि वे अपनी गाड़ी की रफ्तार 40 किमी प्रति घण्‍टे से अधिक कतई न रखें। हर कक्षा के क्‍लासटीचर के साथ अन्‍य शिक्षकगण बच्‍चों पर पूरा ध्यान दें।


Featured Post

राष्ट्र निर्माण में शिल्पकार की भूमिका निभाता है श्रमिक: वैभव चतुर्वेदी चार सौ श्रमिकों को वैभव ने किया सम्मानित  दिया पंजीयन प्रमाण पत्र व ...