राम मोह में फंसे निर्मोही राजेंद्र दास
भले ही पंच परमेश्वर ने भगवान राम के अवतरण स्थल का फैसला सुना दिया लेकिन अब पावन स्थल के लिए एकपक्षीय निर्णय लेने वालों की बाढ़ आ गयी है। इसी क्रम में रामलला विराजमान पर दावेदारी को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन के लिए पंच निर्मोही अखाड़े के महंत राजेंद्र दास ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण हेतु बन रहे ट्रस्ट पर अखाड़ा की महत्वपूर्ण भागीदारी हेतु प्रधान मंत्री को पत्र लिखकर अपना मजबूत दावा पेश किया है। महंथ राजेंद्र दास नेे प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहाा है के निर्मोही अखाड़े के अंतर्गत नौ अखाड़े हैं ऐसे में ट्रस्ट में उन्हें महत्वपूर्ण भागीदारी दी जाए।