कोरोना वायरस संकट के बीच तबलीगी जमात के मरकज का मामला सामने आने के बाद मौलाना साद लगातार घिरते जा रहे हैं। तबलीगी जमात मरकज के चीफ मौलाना साद पर दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच से लेकर प्रवर्तन निदेशालय की टीम तक का शिकंजा कसता जा रहा है। ऐसे में मौलाना साद ने कानूनी लड़ाई लड़ने और पैरवी करने के लिए एक लीगल टीम बनाई है, जिसमें उन्होंने चार वकीलों को शामिल किया है। मौलाना साद ने अपनी लीगन टीम 19 अप्रैल को गठित की है। इसमें वकील अहमद खान, फुजैल अहमद अय्यूबी, मुशर्रफ अली और फहीमुद्दीन अहमद खान को शामिल किया है। ये चारो वकील मौलाना साद और तबलीगी जमात मरकज के लीगल एडवाइजर होंगे। मौलाना साद ने जांच से बचने के लिए वकीलों की फौज उतारी है। प्रवर्तन निदेशालय ने मौलाना साद समेत 9 लोगों पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। ईडी की ओर से मरकज ट्रस्ट बही खाता की जांच की जा रही है। ईडी इस बात पर भी गौर कर रहा है कि क्या दान द्वारा प्राप्त धन में गड़बड़ी की गई थी और क्या इसके लिए हवाला का उपयोग तो नहीं किया गया है। हाल के दिनों में मौलाना के खातों में बड़ी रकम जमा हुई है, जिसके लेकर इनकम टैक्स विभाग भी जांच शुरू करने की तैयारी में है। तबीलगी जमात के मरकज से कोरोना के मामले सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस मौलाना साद को अब तक दो बार नोटिस भेज चुकी है।
मौलाना मोहम्मद साद के वकील के अनुसार क्राइम ब्रांच के नोटिस पर मौलाना साद ने कई सवालों के जवाब दिए हैं। क्राइम ब्रांच सूत्रों की मानें तो उससे पूछे गए 26 सवालों में से दस्तावेजो से संबंधित काफी सवालों को छोड़ दिया है। ये जवाब क्राइम ब्रांच को लिखित में दो बार में दिए गए हैं।क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद से एम्स में कोरोना टेस्ट कराने को कहा है। साद ने अब तक कोरोना टेस्ट नहीं कराया है। ऐसे में क्राइम ब्रांच ने मौलाना के वकीलों से साफ कह दिया है कि वह पहले टेस्ट कराकर रिपोर्ट सौंपे। इसके बाद ही आगे की पूछताछ की जाएगी।
गौरतलब है कि निजामुद्दीन मरकज में लॉकडाउन के उल्लंघन का खुलासा होने के बाद से अब तक मौलाना साद क्राइम ब्रांच के सामने नहीं आए हैं। इसी बीच मौलाना साद ने एक ऑडियो संदेश जारी कर जमात के लोगों से कहा है कि आप जहां हैं, वहां प्रशासन की मदद करें। यह ऑडियो संदेश शनिवार का है। मौलाना साद ने ऑडियो संदेश में कहा, 'जब बंदा अपने अल्लाह से दूर हो जाता है तो अल्लाह ऐसे हालात बनाता है कि बंदा करीब आए। आप जहां भी हैं, वहां प्रशासन की मदद करेंगे। ऐसा करने से हमें बनाने वाला नरमी दिखा।