आखिर मिल ही गए पुलिस कमिश्नर


 


 


यूपी कैबिनेट ने राज्य में पुलिस कमिश्नर लागू करने की सहमति दे दी है। यूपी पुलिस के लिये आज का दिन काफी महत्वपूर्ण है। आज सबसे महत्वपूर्ण कदम आज लिया गया है। स्मार्ट पुलिसिंग के लिये पुलिस आयुक्त प्रणाली को लखनऊ, नोएडा में लागू करने का प्रस्ताव पास किया गया। कैबिनेट के बाद सीएम योगी ने प्रेस से बताया कि इससे संबंधित कई महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये थे। न्यायपालिका समय समय पर पुलिस को कठघरे में खडी करती थी। १० लाख से ज्यादा आबादी पर पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू करने का एक्ट में प्रावधान है। पूर्व की सरकारों ने राजनैतिक इच्छा शक्ति नही दिखायी थी। लखनऊ में 40 लाख की आबादी, नोएडा में 25 लाख की आबादी रहती है। आयुक्त प्रणाली में लखनऊ में 40 थाने होंगे। ADG स्तर के अधिकारी रहेगा। 2 ज्वाइंट कमीशनर होगें IG स्तर के, 9 SP स्तर के अधिकारी होगें। महिला सुरक्षा के लिये SP रैंक की महिला अफसर की तैनाती होगी। यातायात के लिये SP ट्रैफिक की तैनाती होगा। नोएडा में AdG स्तर का आयुक्त होगा। 2 DIG, 5 SP, एक महिला, एक SP Trafic तैनात होगा और दो नये थाने बनाये जा रहे नोएडा। उन्होंने बताया पुलिस कमिश्नर के पास मैजेस्ट्रियल पावर होगी। उसे 15 अधिकार मिलेंगे। आयुक्त के लिए आज ऐतिहासिक दिन है। दोनों शहरों में बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे। पुलिस ऐक्ट के तहत आयुकत प्रणाली लागू की गई है। सुजीत पांडेय लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर
आलोक सिंह को नोयडा का चार्ज मिला है।


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